DigiLocker (Hindi)
भारत सरकार के फ्लैगशिप प्रोग्राम डिजिटल इंडिया की एक महत्वपूर्ण पहल है डिजिलॉकर जिसका लक्ष्य भारत को डिजिटल रूप से सशक्त समाज और नॉलेज इकॉनोमी में बदलना है।
डिजिटल लॉकर डिजिटल इंडिया के विजन से अभिन्न रूप से जुड़ा है जिसका लक्ष्य है नागरिकों को सार्वजनिक क्लाउड पर साझा करने योग्य निजी जगह देना और इस क्लाउड पर सभी दस्तावेजों / प्रमाणपत्रों उपलब्ध कराना।
कागजरहित सरकारी कामकाज के विचार को ध्यान में रखकर तैयार किया गया डिजिलॉकर एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जिससे दस्तावेजों और प्रमाणपत्रों को डिजिटल तरीके से जारी और सत्यापित किया जा सकता है और इस प्रकार यह कागजी स्वरूप में दस्तावेजों के उपयोग की जरूरत समाप्त करता है। डिजिलॉकर खाता के लिए साइन अप करने वाले भारतीय नागरिकों को उनके लिए समर्पित क्लाउड स्टोरेज मिलता है जो उनके आधार (यूआईडीएआई) संख्या से जुड़ा रहता है। डिजिटल लॉकर पर पंजीकृत संगठन दस्तावेजों और प्रमाणपत्रों (उदाहरण के लिए ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी, विद्यालय प्रमाणपत्र) की इलेक्ट्रॉनिक कॉपी को सीधे नागरिकों के लॉकर में डाल सकते हैं। इसके साथ ही, नागरिक अपने खाते में पुराने कागजी दस्तावेजों की स्कैन कॉपी को अपलोड कर सकते हैं। इन पुराने दस्तावेजों को इ-साइन सुविधा के उपयोग से इलेक्ट्रॉनिक तरीके से साइन किया जा सकता है।